विद्यार्थियों के तिलक और रक्षा सूत्र में प्राचार्या साहिबा को थी दिक्कत, शिक्षा विभाग ने कर दिया निलंबित
दुर्ग। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम स्कूल की प्राचार्या एस. संगीता नायर को धार्मिक आस्थाओं से जुड़े मामलों में अनुचित हस्तक्षेप और कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार के आरोपों के चलते निलंबित कर दिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर स्कूल शिक्षा विभाग ने यह कार्रवाई की है।
चोटी-तिलक के लिए भी रोका
प्राचार्या पर आरोप है कि उन्होंने विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों को धार्मिक प्रतीकों जैसे चोटी, तिलक और रक्षा सूत्र धारण करने से रोका। इसके अतिरिक्त, परीक्षा केंद्र के कार्यों में सहयोग नहीं देने, एक सेवानिवृत्त व्याख्याता के अवकाश से संबंधित प्रक्रिया में अड़चन डालने और कर्मचारियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की शिकायतें भी मिली हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी के जाँच रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ मामला
19 सितंबर को जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा भेजी गई जांच रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया कि प्राचार्या के व्यवहार से विद्यालय में असंतोष और तनाव का वातावरण बन गया था। उनके आचरण को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम-3 का उल्लंघन मानते हुए गंभीर कदाचार की श्रेणी में रखा गया है।
निलंबन की अवधि में प्राचार्या नायर का मुख्यालय संभागीय संयुक्त संचालक, शिक्षा संभाग दुर्ग कार्यालय को निर्धारित किया गया है। विभागीय स्तर पर आगे की कार्रवाई प्रक्रिया में है।


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