CG News: अंबिकापुर में धर्मांतरण का नया खुलासा, 6 नाबालिग बच्चियों को पैसे का लालच देकर महिला ले जा रही थी प्राथना सभा

आदिवासी समुदाय की बच्चियों को ने रही रही थी प्राथना सभा, शक होने पर युवक ने रोका



अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले के मैनपाट ब्लॉक में एक चिंताजनक मामला सामने आया है, जहाँ एक महिला द्वारा आदिवासी समुदाय की छह नाबालिग बच्चियों को कथित रूप से प्रलोभन देकर प्रार्थना सभा में ले जाने की कोशिश की गई। यह पूरी घटना बिना परिजनों की जानकारी के हो रही थी, जिसे समय रहते स्थानीय युवाओं ने रोक दिया।

युवाओं ने शक होने पर रस्ते में रोका

सूत्रों के मुताबिक, रविवार को केसरा और सरभंजा गांव की ये बच्चियाँ एक महिला आरती माझी के साथ बरिमा गांव में आयोजित प्रार्थना सभा और बप्तिस्मा कार्यक्रम में जा रही थीं। रास्ते में स्थानीय युवकों ने शक होने पर उन्हें रोका और पूछताछ की। मामले की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई।

40-40 रुपए का प्रलोभन देकर ने जा रहे थे

धर्म रक्षा समिति के संयोजक दिलवर यादव ने आरोप लगाया कि बच्चियों को 40-40 रुपए का प्रलोभन देकर वहां ले जाया जा रहा था। ग्रामीणों का कहना है कि महिला लंबे समय से इस क्षेत्र में धर्म प्रचार से जुड़ी गतिविधियों में शामिल रही है। जब वयस्कों ने इन सभाओं में जाना बंद कर दिया, तब बच्चों को निशाना बनाया जाने लगा।

पुलिस ने महिला के खिलाफ आरोप दर्ज किया

पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी महिला आरती माझी के खिलाफ छत्तीसगढ़ धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 1968 की धारा 5(क) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही परिजनों के बयान भी दर्ज किए गए हैं, जिन्होंने साफ कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि उनकी बच्चियाँ कहाँ और किसके साथ जा रही थीं।

विधायक ने घटना पर चिंता जाहिर की

इस घटनाक्रम पर सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मैनपाट क्षेत्र में इस प्रकार की गतिविधियाँ बेहद गंभीर चिंता का विषय हैं और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस मामले की जांच कर रही है और घटना से जुड़े हर पहलू की पड़ताल की जा रही है।

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