CG News: Sex रैकेट का खुलासा: पहले व्हाट्सएप पर होती थी लड़कियों की बुकिंग, फिर होटल के कमरे में होता था गंदा खेल

 CG News: Sex रैकेट का खुलासापहले व्हाट्सएप पर होती थी लड़कियों की बुकिंगफिर होटल के कमरे में होता था गंदा खेल



दुर्ग जिले के वैशाली नगर थाना क्षेत्र में चल रहे एक हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. इस मामले में मुख्य आरोपी और होटल ईशा का संचालक निखिल मेश्राम उर्फ निक्कू को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस के अनुसार यह गिरोह दूसरे राज्यों से युवतियों को बुलाकर होटल में ठहराता था और फिर ग्राहकों को डीलकरके उन्हें परोसा जाता था.

ऑनलाइन होती थी पूरी बुकिंग प्रक्रिया

जांच में सामने आया है कि आरोपी सोशल मीडिया और मोबाइल ऐप्स का इस्तेमाल कर ग्राहक खोजता था. युवतियों की तस्वीरें वॉट्सऐप पर भेजकर सौदे फाइनल किए जाते थे. एक बार रेट तय हो जाने पर ग्राहक को होटल बुलाया जाता था, जहां पहले से मौजूद युवतियां सेवादेने के लिए तैयार रखी जाती थीं.

छापा पड़ते ही मचा हड़कंप

पुलिस ने 1 सितंबर की रात को एक विशेष योजना के तहत होटल ईशा में छापामार कार्रवाई की. यह छापा तब मारा गया जब एक पुलिसकर्मी को ग्राहक बनाकर होटल भेजा गया था. जैसे ही भीतर से सिग्नल मिला, टीम ने दबिश दी. इस दौरान होटल के कमरे से मैनेजर और एक ग्राहक को रंगे हाथों पकड़ा गया.

डिजिटल सबूतों से मिला रैकेट का सुराग

मौके पर मिले दो मोबाइल फोन और एक रजिस्टर ने पूरे रैकेट की परतें खोल दीं. फोन में युवतियों की प्रोफाइल, चैट्स और ट्रांजैक्शन से जुड़ी जानकारियां मिली हैं. रजिस्टर में रोजाना आने-जाने वाले ग्राहकों और लड़कियों की पूरी जानकारी क्रमवार दर्ज थी. यह बात साफ हो चुकी है कि यह कोई छोटा-मोटा धंधा नहीं, बल्कि एक व्यवस्थित नेटवर्क था.



पहले ही दो आरोपी सलाखों के पीछे

इससे पहले पुलिस होटल मैनेजर शिव कुमार कुर्रे और एक ग्राहक मोहम्मद शोएब खान को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. मुख्य सरगना निखिल मेश्राम की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस इस बात की जांच में जुटी है कि इस गोरखधंधे से और कौन-कौन जुड़े थे.

पुलिस को interstate नेटवर्क की आशंका

जांच एजेंसियों को शक है कि यह नेटवर्क केवल छत्तीसगढ़ तक सीमित नहीं था. निखिल मेश्राम अन्य राज्यों से भी लड़कियों को बुलाता था, जिससे संदेह है कि यह गिरोह एक बड़े इंटरस्टेट सिंडिकेट का हिस्सा हो सकता है. मोबाइल फोन और डिजिटल चैट्स की फॉरेंसिक जांच से कई और नाम सामने आने की उम्मीद जताई जा रही है.

होटल की आड़ में चल रहा था गंदा खेल

होटल ईशा एक लंबे समय से शक के घेरे में था, लेकिन अब जाकर इस बात की पुष्टि हो पाई है कि यहां देह व्यापार खुलेआम चल रहा था. होटल की आड़ में यह अवैध कारोबार संचालित हो रहा था, जिसमें ग्राहकों से मोटी रकम वसूली जाती थी. पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या होटल के अन्य कर्मचारी भी इस धंधे में शामिल थे.

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