CG News: प्राइवेट पार्ट में ठूंसा 9 इंजेक्शन: युवक की गई जान, 4 महीने बाद आरोपी गिरफ्तार

CG News: प्राइवेट पार्ट में ठूंसा 9 इंजेक्शन: युवक की गगई जान, 4 महीने बाद आरोपी गिरफ्तार



छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है, जहां पाइल्स के इलाज के दौरान एक झोलाछाप ने ऐसा इलाज किया कि मरीज की जान ही चली गई. मृतक सुभाष कुमार जनबंधु, उम्र 40 वर्ष, करीब 15 साल से पाइल्स की बीमारी से जूझ रहा था. इलाज के लिए वह कांदुल गांव के एक तथाकथित डॉक्टर रेखराम साहू के पास पहुंचा था, जो लंबे समय से खुद को डॉक्टर बताकर इलाज कर रहा था.

एक साथ 9 इंजेक्शन लगाए, हालत बिगड़ी

8 मई को रेखराम ने सुभाष को इलाज के नाम पर गुदा द्वार में एक साथ 9 इंजेक्शन लगा दिए. इसके तुरंत बाद मरीज को असहनीय दर्द, ब्लीडिंग और पेट में सूजन की शिकायत शुरू हो गई. घबराए परिजनों ने जब रेखराम से संपर्क करना चाहा, तो उसने बात टालनी शुरू की और फिर अपना मोबाइल बंद कर दिया.

भिलाई में भर्ती के बाद मौत, परिजनों की तहरीर पर केस

मरीज की बिगड़ती हालत को देखते हुए परिवार वाले उसे भिलाई के एक निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने बताया कि इंजेक्शन गलत ढंग से लगाए गए थे, जिससे गंभीर संक्रमण हो गया. लगातार इलाज के बावजूद 11 मई को सुभाष की मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने अर्जुन्दा थाने में शिकायत दर्ज कराई.

जांच में फर्जी डिग्री का खुलासा, आरोपी गिरफ्तार

पुलिस जांच में सामने आया कि रेखराम साहू के पास कोई मेडिकल डिग्री नहीं है और वह बिना रजिस्ट्रेशन के इलाज कर रहा था. आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 105, छत्तीसगढ़ उपचार्यागृह अनुज्ञापन अधिनियम 2010 की धारा 12 और छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान परिषद अधिनियम 1987 की धारा 24 के तहत मामला दर्ज किया गया. 4 महीने तक फरार रहने के बाद 18 सितंबर को उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.

स्वास्थ्य विभाग ने दिए क्लिनिक सील करने के निर्देश

जिले के सीएमएचओ जीएल उइके ने बताया कि आरोपी के अवैध क्लिनिक को सील करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही जिलेभर में सक्रिय झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सख्त अभियान चलाया जा रहा है ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.

 

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