CG News: राजधानी में 193.34 करोड़ में बनेगा पीएम एकता मॉल, देशभर के 33 राज्यों के स्वदेशी उत्पाद और यह रहेगा खास

CG News: राजधानी में 193.34 करोड़ में बनेगा पीएम एकता मॉल, देशभर के 33 राज्यों के स्वदेशी उत्पाद और यह रहेगा खास...

रायपुर। राजधानी रायपुर में केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत 'पीएम एकता मॉल' का निर्माण किया जा रहा है, जो देशभर के स्वदेशी उत्पादों को एक ही छत के नीचे लाने का मंच बनेगा। यह मॉल राजधानी के सबसे बड़े पंडरी कपड़ा मार्केट क्षेत्र में पुराने 'छत्तीसगढ़ हाट बाजार' की जगह बनाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 193.34 करोड़ रुपये है और निर्माण कार्य की जिम्मेदारी रायपुर विकास प्राधिकरण (RDA)को दी गई है।

मेक इन इंडिया को मिलेगा बढ़ावा, 400 दुकानें होगी

दो एकड़ क्षेत्र में बन रहे इस मॉल का उद्देश्य ‘मेक इन इंडिया’ के तहत स्वदेशी उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराना और देशभर के कारीगरों को एक साझा मंच देना है। यहां छत्तीसगढ़ के सभी जिलों के अलावा देश के 33 राज्यों के पारंपरिक उत्पादों की दुकानें होंगी। कुल 400 दुकानों के माध्यम से हर राज्य की पहचान और शिल्प को दर्शाने वाली सामग्री प्रदर्शित व बिक्री के लिए उपलब्ध रहेगी।

सुविधाओं से युक्त अत्याधुनिक कांप्लेक्स

पीएम एकता मॉल में केवल खरीदारी ही नहीं, बल्कि अनुभवात्मक ज़ोन भी होगा। मॉल में निम्न प्रमुख सुविधाएं प्रस्तावित हैं:

* 400 दुकानों की क्षमता

*बेसमेंट में 400 कारों की पार्किंग

* फूड कोर्ट

* ऑडिटोरियम और मीटिंग एरिया

* गेम ज़ोन

* एक्सपीरियंस ज़ोन

* म्यूज़ियम

* टैरेस फ्लोर और कियोस्क क्षेत्र

* मेला स्थल और एम्पोरियम

निर्माण की गति धीमी, एक साल में होगा पूरा

फिलहाल मॉल का बेसमेंट तैयार करने के लिए खुदाई और प्लेटफॉर्म का काम जारी है, लेकिन निर्माण की रफ्तार अपेक्षा से धीमी है। अधिकारियों के अनुसार, इसका निर्माण एक वर्ष के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

ग्रामोद्योग विभाग को मिलेगा संचालन का जिम्मा

निर्माण पूरा होने के बाद यह मॉल राज्य के ग्रामोद्योग विभाग को हैंडओवर किया जाएगा, जो इसका संचालन करेगा। वहीं, सभी राज्यों के उत्पादों के लिए दुकानों का आवंटन ग्रामोद्योग विभाग द्वारा किया जाएगा।

इस प्रोजेक्ट के जरिए जहां देशभर के कलाकारों और कारीगरों को रोज़गार मिलेगा, वहीं स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ